आर्कटिक महासागर
आर्कटिक महासागर को उत्तरी ध्रुवीय महासागर के नाम से भी जाना जाता है इस महासागर का कुल क्षेत्रफल 54 लाख 27 हजार वर्ग मील है जो की सभी महासागरों में सबसे छोटा और उथला महासागर है आर्कटिक महासागर का विस्तार उत्तरी ध्रुव के आसपास है जो कि लगभग पूरी तरह से यूरेशिया और उत्तर अमेरिका से घिरा है आंशिक रूप से या महाद्वीप वर्ष भर समुद्री बर्फ से ढका रहता है
इसी कारण इसे चपटा हुआ महासागर भी कहते हैं ग्रीष्म काल में यहां की लगभग 50% बर्फ पिघल कर पानी के रूप में परिवर्तित हो जाती है आर्कटिक महासागर सबसे कम नमक वाला है इसीलिए इसे मीठे पानी का सागर भी कहते हैं इस महासागर में समुद्री जीवों की विविधता उपस्थित है यहां व्हेल मछली की चार प्रजातियां एवं सील की छह प्रजातियां पाई जाती हैं ध्रुवीय भालू इस सागर की बर्फ पर रहते हैं और भोजन के लिए शिकार करते हैं यहां पे जाने वाला शैवाल जोपलंकटन समुद्री जीवन के लिए भोजन का काम करता है इस सागर में दुनिया की तुलना में सबसे अधिक मछलियों की प्रजातियां पाई जाती हैं इस महासागर का सबसे गहरा बिंदु 17880 फीट के साथ लिटके डीप है